पहल

क्र.सं. पहल पहल विवरण
1. DFCCIL और CRWC के बीच समझौता ज्ञापन:

DFCCIL रेल नेटवर्क के साथ या उसके आसपास मल्टी-मोडल लॉजिस्टिक्स पार्क और इंटीग्रेटेड वेयरहाउसिंग कॉम्प्लेक्स को अपग्रेड करने और बनाने के लिए बाद में सेवाओं का उपयोग करने के लिए 21.10.2019 को DFCCIL और CRWC (सेंट्रल रेलसाइड वेयरहाउस कंपनी लिमिटेड) के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए थे। CRWC पहले से ही 3.5 लाख टन की क्षमता के साथ देश भर में 19 RWC का संचालन कर रहा है। DFCCIL और CRWC के बीच तालमेल से DFCCIL के माध्यम से यातायात को बढ़ावा देने की उम्मीद है। DFCCIL पर परिवहन को पूर्ण बनाने और भंडारण के साथ एकीकृत करके, और अंतिम मील कनेक्टिविटी को सहज तरीके से प्रदान किया जा रहा है। यह रसद लागत को कम करने के लिए बाध्य है और इस प्रकार अन्य मोड से अधिक यातायात को आकर्षित करता है।

2. DFCCIL और CRWC के बीच समझौता ज्ञापन:

भारत भर में CRWC स्थानों पर वेयरहाउसिंग, साइलो, पैकिंग यूनिट आदि को विकसित करने के लिए 1 अक्टूबर -19 को CRWC और UltraTech Ltd (UTCL) के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। एमओयू पर Sh.Yatin K.Patel, DGM (वाणिज्यिक), CRWC और डॉ। वशिष्ठ प्रमुख रेलवे, UTCL द्वारा हस्ताक्षर किए गए थे।

3. वेअरहाउसिंग मैनेजमेंट सिस्टमः कारोबार प्रचालनों के लिए कंम्पयूटीकरण आवश्यक हो गया है अतः नई तकनीक के साथ कदम से कदम मिलाते हुए तथा अपनी कार्य प्रणाली में पारदर्शिता एवं कुशलता लाने के उद्देश्य से हम विद्यमान टर्मिनलों में से 2 टर्मिनलों पर वेअरहाउस मैनेजमेंट सिस्टम लागू करने के लिए तत्पर हैं । इसके सफलतापूर्वक परिचालन के पश्चात् इसे शेष टर्मिनलों पर भी लागू किया जाएगा ।
4. आंतरिक लेखा परीक्षाः आपकी कंपनी ने एक सरकारी उद्यम के रूप में विशेषकर अपने अंशधारकों तथा जनता को निरंतर विश्वास बनाए रखने के लिए आंतरिक लेखा परीक्षा मैनुअल तैयार करने के पश्चात् इसे लागू किया है ।
5. नए विपणन प्रयासः कंपनी ने पिछले डेढ वर्षो के अपने कार्य निष्पादन के अनुभव के आधार पर प्रमुख सीमेंट निर्माताओं अर्थात मैसर्स ग्रासिम इंडस्ट्रिज लि., मैसर्स अल्ट्राटैक सीमेंट लि., मैसर्स एसीसी लि., मैसर्स मंगलम सीमेंट लि., मैसर्स जे पी सीमेंट लि., को उनके क्लेरिंग/फॉरवारडिग एजेंटो को शामिल किए बिना कॉरपोरट मैनेजमेंट आधार पर अपनी सेवाओं के प्रयोग के लिए आकर्षित किया है । कई टर्मिनलों पर मात्रा डिस्काउंट आधार पर करार किए गए हैं। उर्वरक तथा खाद्यान कारोबार को प्राप्त करने हेतु लम्बी अवधि की परस्पर लाभदायक व्यवस्था के आधार पर प्रमुख विपणन पहल की गई है ।